इस पुस्तक की लोकप्रियता यथावत शिखर पर है। गत वर्ष के सभी महत्त्वपूर्ण निर्णयों का इस संस्करण में यथोचित समावेश कर लिया गया है। विधि के विद्यार्थियों और न्यायिक तथा सिविल सेवा की परीक्षाओं में भाग लेने वाले अभ्यर्थी इसे अतीव उपयोगी मानते हैं. उनकी सफलता का यह उपयुक्त साधन है। वस्तुपरक और वर्णात्मक, दोनों प्रकार की परीक्षाओं के लिए यह पुस्तक उपयोगी है।
चौदहवें संस्करण की विशेषताएं
१) जम्मू-कश्मीर के प्रत्येक पहलु पर प्रकाश डालते हुए एक संपूर्ण नया अध्याय।
२) सबरीमला मंदिर का वाद।
३) लोकहितवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा (राफेल सौदा) - न्यायालय किस सीमा तक जांच कर सकते हैं?
४) निष्क्रिय सहजमृत्यु अनुज्ञेय है।
५) संविदाजात और अवैध नियुक्तियां
६) आधार की विधिमान्यता।
७) एकांतता के अधिकार के उल्लंघन का अवधारण करने के लिए परिक्षण।
८) नकली ईसाई और अल्पसंख्यक संस्थाएं।
९) संविधान १०३वां और १०४वां संशोधन अधिनियम।
लक्ष्य पाठक वर्ग
इस पुस्तक की लोकप्रियता यथावत शिखर पर है। विधि के विद्यार्थियों और न्यायिक तथा सिविल सेवा की परीक्षाओं में भाग लेने वाले अभ्यर्थी इसे अतीव उपयोगी मानते हैं।
इसके अतिरिक्त, वस्तुपरक और वर्णात्मक, दोनों प्रकार की परीक्षाओं के लिए यह पुस्तक उपयोगी है।