यह पाठय्यपुस्तक, वस्त्र विज्ञान, वस्त्रों के रुप व् कार्य क्षमता में योगदान देने वाले कारकों को भारतीय परिप्रेक्ष्य से समझने की दिशा में एक कदम है। सरल तरीके से प्रामाणिक जानकारी के साथ यह इस क्षेत्र की एकमात्र व्यापक पुस्तक है। सात भागों में आयोजित यह पुस्तक वस्त्र विज्ञान की अवधारणाओं को परिभाषित करने के पश्चात् उनका अन्वेषण करने में एक व्यवस्थित दृष्टिकोण अपनाती है। इस पुस्तक के भाग 1 (परिचय) में वस्त्र तंतुओं के इतिहास, सरंचना, वर्गीकरण और गुणों पर चर्चा की गयी है। भाग 2 (तंतु) वस्त्र तंतुओं के विभिन्न वर्गों के विशिष्ट लक्षणों पर केंद्रित है। भाग 3 (यार्न) में यार्न के उत्पादन और गुणों की व्याख्या है। भाग 4 (वस्त्र) विभिन्न तरीकों से निर्मित वस्त्रों की जानकारी प्रदान करता है। भाग 5 (परिसज्जा) में वस्त्रों की रंगाई छपाई और परीसज्जाओं पर विस्तऋत रुप से चर्चा की गयी है। भाग 6 (उपभोगताओं के लिए) का उदेश्य उपभोगताओं में वस्त्रों का चयन, देखभाल व् रखरखाव की जागरुकता पैदा कर उनकी संतुष्टि को बढ़ाना है इस भाग में “सम्मिश्रण और वस्त्रों के दोषों पर भी अध्याय जोड़े गए हैं। भाग 7 (विविध विषय) इस विषय से संभंधित रोजगार के अवसरों पर धात्रों का मार्गदर्शन करता है इस भाग में संधारणीयता (सस्टेनेबिलिटी) पर आधारीत एक नए अध्याय को भी जोड़ा गया है।
यह पाठय्यपुस्तक, गृह विज्ञान, टेक्सटाइल इंजीनियरिंग और फैशन डिजाइनिंग संस्थानों में स्न्नातक के छात्रों को वस्त्र और परिधान विज्ञान के पाठय्यक्रम में मार्गदर्शन पर्दान करैगी। इसके अतिरिक्त यह अनेक प्रतियोगी प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी में सहायक है।
प्रमुख विशेषताएं
• वस्त्र निमार्ण की प्रक्रियायों के समझने में सहायक प्रासंगिक चित्र और छवियां।
• वस्त्रों की जटिल दुनिया के विषय में अधिक जानकारी के लिए पाठकों के मन में जिज्ञासा करने हेतु दिन-प्रतिदिन जीवन के सरल उदाहरण।
• प्रत्येक अध्धाय के अंत में अनधारणाओं के तथ्यात्मक ज्ञान, समझ, और अनुप्रयोग के परीक्षण हेतु दिए गए अभ्यास के प्रश्न
• पुस्तक के अंत में परीक्षा की तैयारी के लिए दिए गए विश्वविद्यालय के दस प्रश्न पत्र।